दुनियाभर में सिनेमा के सबसे प्रतिष्ठित अवॉर्ड्स यानी अकेडमी अवॉर्ड्स (ऑस्कर) की घोषणा हो चुकी है। पॉप्युलर ऐक्टर वॉकिन फिनिक्स ने फिल्म 'जोकर' के लिए बेस्ट ऐक्टर का ऑस्कर अवॉर्ड जीता। यह उनका पहला ऑस्कर अवॉर्ड है। हालांकि वह इसके लिए चार बार नॉमिनेट हो चुके हैं।2019 में आई इस फिल्म ने दुनियाभर में सुर्खियां बटोरी थीं। टाइटल रोल में वॉकिन फिनिक्स छा गए थे। 'जोकर' ने रिलीज के वक्त भारत में कमाई के नए रेकॉर्ड बनाए थे। संघर्ष की आग में तपकर बने कुंदन वॉकिन फिनिक्स आज किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। 45 साल की उम्र में ही उन्होंने वह स्टारडम और सम्मान हासिल कर लिया है, जो बहुत से लोगों के लिए आज भी एक सपने जैसा ही है। वॉकिन फिनिक्स को बचपन से ही आर्थिक दिक्कतों का सामना करना पड़ा। जिस तरह सोना आग में तपकर कुंदन बनता है, उसी तरह फिनिक्स भी दिक्कतों और संघर्ष की आग में तपकर वह कुंदन बने, जिसे आज ऑस्कर ने भी सलाम किया है। रोजी-रोटी के लिए किए ये काम वॉकिन फिनिक्स के चार भाई-बहन थे। रोजी-रोटी कमाने और परिवार की आर्थिक मदद करने के लिए सभी भाई-बहनों ने कई तरह के काम करने शुरू कर दिए। वे टैलंट कॉन्टेस्ट में हिस्सा लेते, गाना गाते यहां तक कि म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट्स भी बजाते। सोचते कि कहीं किसी तरह से पैसे आ जाएं तो गुजर-बसर हो जाए। जब फिनिक्स और उनका परिवार लॉस एंजेलिस में रहते थे तो उनकी मां ने एक रेडियो-टीवी नेटवर्क के साथ एग्जिक्युटिव सेक्रेटरी के तौर पर काम करना शुरू किया। वह फरिश्ता, जिसने 8 साल की उम्र में ही फिनिक्स को बनाया स्टार एक दिन उनकी जिंदगी में एंट्री हुई आइरिस बर्टन की जो कि एक चिल्ड्रेन एजेंट थे। वह फिल्मों और शोज में बच्चों के लिए कास्टिंग करते थे। आइरिस की नजर फिनिक्स और उनके चारों भाई-बहनों पर पड़ी, जो विज्ञापनों और टीवी शोज पर छोटी-मोटी अपीयरेंस के जरिए गुजारा कर रहे थे। बस यहीं से फिनिक्स की जिंदगी का रुख ही बदल गया। मात्र 8 साल की उम्र में ही वॉकिन फिनिक्स ने अपने भाई रिवर के साथ 'सेवन ब्राइड्स फॉर सेवन ब्रदर्स' से डेब्यू किया। वह साल 1982 था। इसके बाद फिनिक्स ने फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। 8 साल की उम्र में डेब्यू करने वाला बच्चा कब बड़े-बड़े निर्माता-निर्देशकों की नजरों में छा गया पता ही नहीं चला। चाइल्ड ऐक्टर के तौर पर स्टारडम हासिल कर चुके वॉकिन फिनिक्स ने ऐक्टिंग छोड़ने का फैसला कर लिया। गम के साए में यूं पाई सफलता और शोहरत ऐक्टिंग छोड़ने के बाद वॉकिन अपने पिता के साथ जगह-जगह जाने लगे। इसी दौरान उनके भाई की मौत हो गई। उसी भाई की, जिसके साथ उन्होंने डेब्यू किया था। 1995 में वॉकिन ने दमदार वापसी की। हालांकि इस दौर में फिनिक्स की कुछ फिल्में फ्लॉप भी हुईं। पर वॉकिन ने हार नहीं मानी। 2000 से 2005 के बीच वॉकिन फिनिक्स को जबरदस्त सक्सेस मिली और उनके करियर में तेजी से उछाल आया। वॉकिन फिनिक्स ने 'ग्लैडिएटर', 'कुलिस', 'बफेलो सोल्जर्स', 'इट्स ऑल अबाउट लव', 'थ्रिलर साइन्स', 'द विलेज' और 'जोकर' के अलावा कई और ऐसी ब्लॉकबस्टर फिल्में कीं जो इंटरनैशनल फिल्म फेस्टिवल्स और अवॉर्ड शोज में छाई रहीं। 2019 में एक बार फिर 'जोकर' की सफलता ने इतिहास रच दिया और वॉकिन फिनिक्स वेनिस इंटरनैशनल फिल्म फेस्टिवल से लेकर ऑस्कर तक छाए रहे।
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