कोरोना वायरस की वजह से जहां इस वक्त पूरी दुनिया जूझ रही है और जहां बॉलिवुड इसे लेकर फिल्म बनाने की अभी तैयारी में ही है, वहीं इस बीमारी पर आज से दो साल पहले ही साल 2018 में एक कोरियन टीवी सीरीज तैयार हो चुकी है। अब इसी सीरीज का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है, जिसमें इस बीमारी को हूबहू ऐसा ही दिखाया गया है, जैसा इस वक्त पूरी दुनिया महसूस कर रही है। आज से दो साल पहले आ चुकी इस कोरियन सीरीज 'My Secret Terrius' (माय सीक्रेट टेरियस) के 10वें एपिसोड की कुछ झलकियों सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है। इसमें COVID-19 को लेकर जो झलकियां दिखाई गई हैं, उसमें इसे जानलेवा ही बताया गया है। इस सीन को देखकर ऐसा ही लग रहा जैसे काफी पहले कोरोना को लेकर भविष्यवाणी कर दी गई थी। इसके एक सीन में डॉक्टर कहती नजर आ रही हैं, 'कोरोना वायरस सांस की नली पर अटैक करता है।' इसके बाद वह यह भी कह रही हैं कि कोरोना का इनक्यूबेशन पीरियड 14 दिनों का है। 'My Secret Terrius'में डॉक्टर साफ-साफ कहती नजर आ रही हैं कि कि यह वायरस सम्पर्क में आने के केवल 5 मिनट के अंदर ही फेफेड़ों पर अटैक कर देता है। डॉक्टर से इसके इलाज के बारे पूछा जाता है तो वह कहती हैं, 'इसके इलाज के लिए फिलहाल अब तक कोई वैक्सीन नहीं है।' शो में इस वायरस की तुलना SARS जैसी बीमारी से की गई है ताकि लोगों को यह समझाया जा सके कि यह खितना खतरनाक और संक्रमण वाली बीमारी है। इस सीरीज में यह भी दिखाया गया है कि बच्चों को अपने हाथ धोने के लिए कहा जा रहा है ताकि यह वायरस न फैले। यहां आपको हम यह भी बता दें कि यह सीरीज इंडिया में उपलब्ध नहीं है, लेकिन सोशल मीडिया पर लोग इसे जमकर शेयर कर रहे हैं। गोल्बल हेल्थ क्राइसिस को लेकर लगभग ऐसे ही प्लॉट पर साल 2011 में स्टीवन सोडरबर्ग की फिल्म 'Contagion' भी इन दिनों खूब देखी जा रही है। इसी के साथ यह भी बता दें कि हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में भी इस वायरस को लेकर फिल्म बनाने की तैयारी की बात चल रही है। दिल्ली टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 'बाजीराव मस्तानी', 'तनु वेड्स मनु रिटर्न्स', 'बदलापुर', 'बजरंगी भाईजान' जैसी फिल्मों का निर्माण करने वाली कंपनी इरोज इंटरनैशनल ने 'कोरोना प्यार है' नाम से फिल्म रजिस्टर कराई है। यह COVID-19 पर रजिस्टर हुई पहली फिल्म है।
Thursday, March 26, 2020
लॉकडाउन में Contagion जैसी फिल्में क्यों देख रहे हैं हम? जवाब यहां है March 26, 2020 at 04:44AM
देश 21 दिनों के लॉकडाउन में है। कोरोना वायरस का डर अब दहशत के उस मुकाम पर है, जहां लोग घरों में बंद हैं और हर बढ़ते कोरोना संक्रमण के साथ खुद को बचाने में जुटे हुए हैं। अच्छी बात यह है कि दफ्तर और बाजार से दूर लोग घरों में अपनों के साथ समय बिता रहे हैं। टीवी और मोबाइल पर फिल्में देख रहे हैं। किताबें पढ़ रहे हैं। लेकिन आंकड़े बताते हैं कि लोगों की रुचि अचानक से उन फिल्मों और शोज के प्रति बढ़ गई है, जिसमें तबाही, संक्रमण और खौफ से जुड़े प्लॉट हैं। बदल गया है लोगों का सर्च इंटरेस्ट साल 2011 में रिलीज स्टीवन सोडरबर्ग की फिल्म 'Contagion' देखने वाले दर्शकों की संख्या ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पर अचानक बढ़ गई हैं। इंटरनेट पर लोगों का सर्च इंटरेस्ट भी बदल गया है। सर्च इंडेक्स यानी कोई चीज गूगल पर कितनी बार सर्च की गई। गूगल पर लोग Contagion और ऐसी ही दूसरी फिल्मों को जमकर सर्च कर रहे हैं। न्यूक्लियर पावर प्लांट की वह घटना कोरोना अब वैश्विक महामारी बन गई है। अमेरिका से लेकर कमोबेश हर देश के लोग चीन की आलोचना कर रहे हैं, क्योंकि यह वायरस वहीं से फैला है। बीते कुछ हफ्तों में भारत में लोग न सिर्फ एक दूसरे को न सिर्फ Contagion देखने की सलाह दे रहे हैं, बल्कि एचबीओ की सीरीज Chernobyl देखने वालों की संख्या में भी तेजी से बढ़ोतरी हुई है। यह एक न्यूक्लियर तबाही की कहानी है। एक न्यूक्लियर प्लांट में दुर्घटना होती है और देखते ही देखते हजारों लोग मर जाते हैं। कोरोना के बारे में अधिक से अधिक जानने की चाहत ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर यह हो क्यों रहा है? क्यों लोग इस तरह की फिल्मों और सीरीज को देखना पसंद कर रहे हैं। जवाब है- डर और जिज्ञासा। डर की आगे क्या होगा और जिज्ञासा कि इससे कैसे निपटा जाए। इंटरनेट पर सर्च रिजल्ट्स बताते हैं कि लोगों की दिलचस्पी कोरोना वायरस में बड़ी तेजी से बढ़ी है। लोग वायरस के बारे में पढ़ रहे हैं और इससे निपटने के उपास ढूंढ़ रहे हैं। हॉरर फिल्मों को लेकर भी बढ़ा क्रेज घर बैठे लोगों में अचानक से हॉरर फिल्मों को लेकर भी क्रेज बढ़ा है। MxPlayer से लेकर तमाम ऐसे प्लेटफार्म्स पर हॉरर फिल्में देखने वाले दर्शकों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है। डॉ. जेफरी एस. सार्टिन नेब्रास्का में रहते हैं। वह संक्रामक रोगों के विशेषज्ञ हैं। साल 2019 में उनका एक पेपर पब्लिश हुआ। जेफरी इसमें कहते हैं, 'हॉरर फिल्मों को देखने की हमारी चाहत इसलिए भी होती है कि हम पर्दे पर कल्पना की दुनिया के डर को देखकर अपने साइकोलॉजिकल डर से बाहर निकलते हैं।' क्या कहते हैं विशेषज्ञ यह जेफरी का यह पेपर क्लिनिकल मेडिसिन एंड रिसर्च जनरल में छपा है। वह इसमें आगे कहते हैं कि संक्रामक बीमारी, महामारी से जुड़ी फिल्में देखने के पीछे हमारी मनोदशा यह होती है कि हम उसके जरिए यह समझने की कोशिश करते हैं कि वह हुआ कैसे, किन कारणों से वह फैला। फिल्में हताशा से निपटने का तरीका डॉ. जेफरी आगे कहते हैं, 'मैं कोई इतिहाकार नहीं हूं। लेकिन मौजूदा समय में जो कुछ हो रहा, वह आधुनिक समाज के लिए अभूतपूर्व है। आज धरती पर मौजूद हर पांच में से एक शख्स घर में बंद रहने को मजबूर है।' डॉ. जेफरी आगे कहते हैं कि लोग फिल्मों में जो देखते हैं, उससे अपनी हताशा से निपटने के लिए तरीके सीखते हैं।' यह भी पढ़ें:
जस्टिन बीबर से ब्रेकअप के दर्द से बाहर आने में जेनिफर ऐनिस्टन ने की थी सेलेना गोमेज की मदद March 26, 2020 at 12:10AM
हॉलिवुड सिंगर सेलेना गोमेज और जस्टिन बीबर की लव लाइफ उस वक्त काफी चर्चा में रही, जब साल 2018 में उनका ब्रेकअप हो गया। इस ब्रेकअप से जस्टिन बीबर इतनी जल्दी उबर जाएंगे, शायद इसका अंदाजा सेलेना को पहले नहीं था। ब्रेकअप वाले साल में ही जस्टिन की लाइफ में एक नई लव लाइफ ने एंट्री मारी और इसके तुरंत बाद उन्होंने शादी भी कर ली। अपनी लाइफ में आए इस उथल-पुथल से सेलेना टूट गई थीं। हालांकि, इस दौरान सेलिना को इन सबसे बाहर निकलने में बचपन से उनकी फेवरिट रही ऐक्ट्रेस और दोस्त जेनिफर ऐनिस्टन ने उन्हें एक मां की तरह मदद की है। सेलेना ने एक इंटरव्यू में बताया कि वह पहले जेनिफर से मिली थीं और उनसे दूर हो गईं, लेकिन इसके बाद फिर वह उनसे मिलीं और तब वे दोनों अच्छी दोस्त बन गईं। जेनिफर ने सेलेना को इस ब्रेकअप के स्ट्रेस और जस्टिन के एंगेजमेंट जैसी बातों से बाहर निकलने में मदद की। जेनिफर ने सेलेना ने उन्हें सलाह दी थी कि बाकी सब चीजों को छोड़कर पहले वह खुद को पसंद करें। सेलेना के उन बुरे दिनों में जेनिफर सूरज की किरणों की तरह आईं और उन्होंने खुद से प्यार करने को लेकर लाइफ की बड़ी सीख दे डाली। बता दें कि जस्टिन और हेली ने दोबारा साल 2019 में ऑफिशली शादी की। इस समारोह का आयोजन साउथ कैरोलिना में फाइव स्टार होटल मोंटेज पालमेटो ब्लफ में किया गया था। जस्टिन और हेली ने केंडल जेनर, कैमिला मोरोन और जोआन स्माल्स सहित 154 गेस्ट के सामने अपनी शादीशुदा जिंदगी के लिए शपथ ली थी। जस्टिन ने अपने इंस्टाग्राम पर हेली को किस करते हुए एक तस्वीर भी पोस्ट की थी।
Corona Crisis: एंजेलिना जोली ने दान किए 7.5 करोड़, ताकि कोई बच्चा भूखा न रहे March 25, 2020 at 11:50PM
कोरोना वायरस की महामारी से दुनियाभर के 200 देश परेशान हैं। सरकारें अपना काम कर रही हैं, वहीं अब सेलिब्रिटीज भी अपने बूते मदद कर रहे हैं। सिंगर शॉन मेंडिस ने जहां कोरोना संक्रमित बच्चों के इलाज के लिए एक अस्पताल को 175k डॉलर दान में दिए हैं, वहीं मशहूर ऐक्ट्रेस एंजेलिना जोली ने 1 मिलियन डॉलर यानी करीब 7.5 करोड़ रुपये दान की घोषणा की है। एंजेलिना ने यह रकम एक एनजीओ को दी है, ताकि संकट की इस घड़ी में गरीब बच्चों का पेट भर सके। '1 अरब बच्चे हैं स्कूलों से दूर' 'ई न्यूज' की रिपोर्ट के मुताबिक, 'नो किड हंग्री' नाम के एनजीओ को एंजेलिना ने 1 मिलियन डॉलर की मदद की है। रिपोर्ट में एंजेलिना के हवाले से लिखा गया है, 'इस सप्ताह तक, एक अरब से अधिक बच्चे कोरोनो वायरस से जुड़े लॉकडाउन के कारण दुनियाभर के स्कूलों से बाहर हैं। कई बच्चे स्कूल के दौरान मिलने वाली देखभाल और पोषण पर निर्भर होते हैं, जिसमें अमेरिका के लगभग 22 मिलियन बच्चे भी शामिल हैं।' अधिक से अधिक बच्चों तक पहुंचने की कोशिश एंजेलिना ने आगे कहा कि यह रकम उन बच्चों के पोषण पर खर्च की जाएगी, जो स्कूल में ही भोजन करते थे और इसी पर निर्भर हैं। 'नो किड हंग्री' लगातार प्रयास कर रहा है कि अधिक से अधिक जरूरतमंद बच्चों तक पहुंचा जाए। इन सिलेब्रिटीज ने भी दान किए पैसे बता दें कि एंजेलिना जोली से पहले हॉलिवुड से शॉन मेंडिस, रिहाना, Arnold Schwarzenegger, Ryan Reynolds और Blake Lively जैसे सितारे भी कोरोना पीड़ितों और इससे प्रभावित लोगों के इलाज आदि के लिए दान कर चुके हैं।
कोरोना पीड़ित बच्चों को बचाने में जुटे Senorita फेम शॉन मेंडिस, दान किए 175 हजार डॉलर March 25, 2020 at 09:22PM
कोरोना से जारी जंग में दुनियाभर की सरकारों को अब सेलिब्रिटीज का भी साथ मिल रहा है। मशहूर हॉलिवुड सिंगर शॉन मेंडिस कोरोना संक्रमित बच्चों को बचाने की जिद ठानी है। उन्होंने कनाडा में बच्चों के एक अस्पताल (SickKids) को 175 हजार डॉलर यानी करीब 1.31 करोड़ रुपये दान किए हैं। शॉन ने इंस्टाग्रा पर एक लंबा-चौड़ा नोट लिखकर इस बाबत घोषणा की है। टोरंटो के अस्पताल को दी रकम ग्रैमी अवॉर्ड के लिए नॉमिनेशन पा चुके शॉन मेंडिस खुद कनाडा के रहने वाले हैं। उन्होंने अपने होमटाउन टोरंटो के एक अस्पताल को यह रकम सौंपी है। शॉन मेंडिस एक फाउंडेशन भी चलाते हैं। इन पैसों से अस्पताल कोरोना संक्रमित बच्चों के लिए जरूरी दवाइयों और सुविधाओं की खरीद करेगा। इंस्टा और ट्विटर पर दी जानकारी 'स्टिचेस' और 'ट्रीट यू बैटर' जैसे पॉप्युलर गानों के सिंगर शॉन मेंडिस ने इंस्टाग्राम ओर ट्विटर पर लिखा, 'द शॉन फाउंडेशन और मैं Covid-19 से लड़ने के लिए उपाय खोज रहे थे। इसके लिए हमने बीमार बच्चों के अस्पताल को इस हफ्ते डोनेशन किया है।' अस्पताल ने कहा- हम आभारी हैं कनाडा के एक मीडिया हाउस से बात करते हुए SickKids फाउंडेशन के सीईओ टेड गैरार्ड ने कहा, 'हम शॉन मेंडिस के आभारी हैं कि वह हमारे अस्पताल को लगातार सपोर्ट कर रहे हैं। उनकी उदारता और मुश्किल घड़ी में उनका यह दान हमारे अस्पताल को COVID-19 की रोकथाम और जांच में बढ़े हुए प्रयासों में सहायता करेगा।' शॉन की पार्टनर ने कैंसल किया टूर दूसरी ओर, शॉन मेंडिस की पार्टनर कैमिला कैबेलो ने भी अपना आगामी टूर पोस्टपोन कर दिया है। 'बिलबोर्ड' के मुताबिक यह टूर 26 मई को नॉर्वे के ओस्लो से शुरू होने वाला था। सिंगर ने इस बात की जानकारी इंस्टाग्राम हैंडल पर दी। कनाडा में 2800 से ज्यादा मरीज बता दें कि कनाडा में 2800 से ज्यादा लोग कोरोना से संक्रमित हैं। जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के मुताबिक, कनाडा में कोरोना की वजह से 27 मौतें हो चुकी हैं।
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