...और बेस्ट ऐक्ट्रेस का ऑस्कर अवॉर्ड मिलता है 'जूडी' के लिए रेने जेलवेगर को...स्टेज पर जैसे ही यह घोषणा की गई, रेने की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। बड़ी ही मुश्किल से उन्होंने अपने आंसुओं पर काबू पाया। रेने इस साल हर अवॉर्ड शो में छाई रहीं। बाफ्टा से लेकर क्रिटिक्स चॉइस, गोल्डन ग्लोब और स्क्रीन ऐक्टर्स गिल्ड अवॉर्ड्स तक में रेने जेलवेगर ने 'जूडी' के लिए बेस्ट ऐक्ट्रेस का अवॉर्ड जीता। कौन थीं जूडी? जूडी गारलैंड एक पॉप्युलर अमेरिकन ऐक्ट्रेस, सिंगर और डांसर थीं, जिन्होंने 4 दशक से भी ज्यादा वक्त तक हॉलिवुड में राज किया। सिंगिंग से लेकर बिग स्क्रीन तक, जूडी गारलैंड छाई रहती थीं। 1961 में अपनी लाइव रिकॉर्डिंग 'Judy at Carnegie Hall' के अल्बम ऑफ द इयर का ग्रैमी अवॉर्ड पाने वालीं वह पहली महिला थीं। जूडी के किरदार को रेने जेलवेगर ने बिग स्क्रीन पर इस तरह से जीया कि इसके लिए उन्हें ऑस्कर यानी अकेडमी अवॉर्ड से नवाजा गया। रेने का दूसरा ऑस्कर वैसे तो रेने को साल 2003 में भी एक ऑस्कर मिल चुका है। लेकिन इस बायॉपिक के लिए ऑस्कर मिलना एक अलग ही अनुभव रहा। 2 दशकों से भी लंबे करियर में रेने वे तमाम तरह के उतार-चढ़ाव पार करते हुए कैसे स्टारडम की नई इबारत लिखी, आइए जानते हैं: पत्रकार बनना चाहती थीं रेने जेलवेगर रेने ने पत्रकारिता की पढ़ाई की थी और इसी में करियर बनाने की ख्वाहिश भी थी। लेकिन कॉलेज के दिनों में कुछ नाटकों में हिस्सा लेने का मौका क्या मिला, रेने जेलवेगर का मन पत्रकारिता से हट गया और उन्होंने ऐक्टिंग की तरफ कदम बढ़ाने शुरू किए। लेकिन ऐक्ट्रेस बनने का यह सफर आसान नहीं था। वेटर का काम किया, क्लब में कॉकटेल सर्व करती थीं रेने के पिता ऑइल रिफाइनिंग के बिजनस में थे, लेकिन किसी कारणवश उनकी नौकरी चली गई। अब रेने की पढ़ाई की दिक्कत हो गई। कॉलेज की फीस कैसे भरी जाएगी? वह कॉलेज कैसे जाएंगी? इन्हीं सवालों के बीच रेने ने फिर एक वेट्रेस का काम करना शुरू कर दिया। वह एक क्लब में कॉकटेल परोसने का काम करने लगीं। जो भी पैसे मिलते उससे वह अपनी कॉलेज फीस भरतीं। यहीं से रेने जेलवेगर को ऐक्टिंग करने का भी मौका मिलने लगा। एक ऐड में काम करने के लिए रेने जेलवेगर को स्क्रीन ऐक्टर्स गिल्ड कार्ड भी मिला। छोटे-छोटे कदम और फिर यूं भरी उड़ान कॉलेज की पढ़ाई पूरी करने के बाद रेने जेलवेगर ने साल 1992 से छोटी-मोटी फिल्मों में काम करना शुरू किया। करीब 4 साल के बाद रेने जेलवेगर को 1994 में आई एक हॉरर फिल्म में काम करने का मौका मिला। फिल्म बुरी तरह पिट गई, पर रेने जेलवेगर छा गईं। हर मैगजीन और अखबार ने उनकी तारीफ की। टॉम क्रूज की फिल्म से मिला स्टारडम रेने जेलवेगर को असली स्टारडम 1996 में मिला जब उन्होंने 'जैरी मेग्वायर' में एक सिंगल मदर का संघर्ष से भरा रोल किया। इस फिल्म में उनके ऑपोजिट हॉलिवुड स्टाक टॉम क्रूज थे। रेने को स्टारडम दिलाने में टॉम क्रूज का ही हाथ माना जाता है क्योंकि इस फिल्म के लिए टॉम ने ही रेने का नाम सुझाया था और कहा था कि फिल्म में वह उन्हें ही अपनी प्रेमिका के तौर पर लेना चाहेंगे। बेहद पतली होने और सिगरेट न पीने के लिए हुई आलोचना हालांकि इसके बाद भी रेने जेलवेगर की राह आसान नहीं रही। 2001 में उन्हें 'ब्रिजिट जोन्स डायरी' में ह्यूग ग्रांट और कोलिन फर्थ के ऑपोजिट बड़ा रोल मिला। फिल्म हिट तो हुई और रेने को भी खूब पसंद किया गया। लेकिन जब इस फिल्म के लिए रेने जेलवेगर को कास्ट किया गया, तो उन्हें खूब आलोचना सहन करनी पड़ी। वह बहुत पतली थीं और सिगरेट भी नहीं पीती थीं, जो कि कैरेक्टर की डिमांड थी। बस फिर क्या था रेने ने वजन बढ़ाना शुरू किया, इंग्लिश सीखी और हर्बल सिगरेट भी पीनी शुरू कर दी। रेने की मेहनत रंग लाई और ब्रिजिट जोन्स के निभाए किरदार के लिए रेने जेलवेगर को गोल्डन ग्लोब से लेकर ऑस्कर और बाफ्टा अवॉर्ड्स तक में नॉमिनेट किया गया। फिल्मों से लिया ब्रेक, की दमदार वापसी रेने जेलवेगर ने स्क्रीन पर अलग-अलग किरदार निभाए, जिनमें उनकी काबिलियत को सराहा गया। रेने का करियर उंचाइयां छू रहा था, बावजूद इसके उन्होंने फिल्मों से 6 साल का ब्रेक ले लिया। उनके फैन्स निराश हो गए। हालांकि 2016 में रेने ने फिल्मों में वापसी की। उनका कमबैक भी जबरदस्त रहा और से बढ़कर एक किरदार निभाए। एचआईवी पीड़ितों के लिए भी काम करती हैं रेने जेलवेगर फिल्मों के अलावा रेने जमकर सोशल वर्क भी करती हैं। वह कई सालों से एचआईवी पीड़ितों के लिए भी काम कर रही हैं। इसके अलावा वह दुनिया की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली ऐक्ट्रेसेस में से एक रही हैं।
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