के कारण अब तक दुनियाभर में हजारों लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। अब कोरोना संक्रमण के कारण मरने वालों में ग्रैमी अवॉर्ड विजेता सिंगर और सॉन्ग राइटर भी शामिल हो गए हैं। मंगलवार को जॉन प्राइम की 73 साल की उम्र में मौत हो गई। जॉन कोरोना वायरस के लक्षणों से पीड़ित थे। जॉन की पत्नी और मैनेजर फियोना प्राइन ने बताया कि जॉन को कोरोना वायरस के कारण सांस लेने में तकलीफ थी। 10 अक्टूबर 1946 में शिकागों में पैदा हुए जॉन ने 14 साल की उम्र में गिटार बजाना सीख लिया था। इसके बाद उन्होंने स्कूल में लोक संगीत की शिक्षा ली। ग्रैजुएट होने के बाद उन्होंने संगीत के साथ ही मेल करियर के रूप में भी 5 साल काम किया था। इसी दौरान वह गाने भी लिखने लगे थे। वियतनाम युद्ध के दौरान जॉन ने कुछ समय अमेरिकी सेना को भी अपनी सेवाएं दी थीं। वक्त के साथ जॉन प्राइन की संगीत में दिलचस्पी और लोकप्रियता बढ़ती गई। साल 1991 में जॉन प्राइन को बेस्ट कंटेम्पररी फोक ऐल्बम के लिए ग्रैमी अवॉर्ड मिला था। इसी कैटिगरी में साल 2005 में उन्हें दूसरा ग्रैमी अवॉर्ड मिला था। साल 2019 में उन्हें द रिकॉर्डिंग अकैडमी का लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड भी मिला था। साल 2013 में जॉन प्राइन के फेंफड़े में कैंसर पाया गया था। हालांकि तब वह पूरी तरह ठीक हो गए थे।
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