जाने-माने राइटर देवदत्त पटनायक, जे रॉबर्ट ओपेनहाइमर की भगवद गीता की व्याख्या से असहमत हैं। उन्होंने कहा कि भौतिक विज्ञानी शायद 'धर्म संकट' में थे। वो श्लोक के अर्थ को समझ ही नहीं सके। भगवद गीता में कहीं नहीं लिखा है, 'मैं मृत्यु हूं, मैं विनाशकारी हूं।' आइये जानते हैं पूरा मामला।
No comments:
Post a Comment